भाद्रपद महीने (Bhadon Month) की शुक्ल पक्ष (Shukla Paksh) की चतुर्दशी तिथि को (Chaturdasi Tithi) अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) कहते हैं,अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) को गणेश चतुर्थी वाले दिन घर में लाये गये भगवान गणेश का विसर्जन (Ganesh Visarjan) किया जाता है - अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi)को अनंत चौदस (anant chaudas) भी कहा जाता है इसका हिंदू धर्म में बहुत महत्व होता है तो आईये जानते हैं अनंत चतुर्दशी का महत्व (Anant Chaturdashi Ka Mahatva) -

अनंत चतुर्दशी का महत्व - Anant Chaturdashi Ka Mahatva
अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) या अनंत चौदस हिंदू धर्म अौर जैन धर्म (Jainism) दोनों के लिये पविञ त्यौहार है, इस दिन भगवान अनंत की पूजा की जाती हैै, ऐसी मान्यता है कि भगवान अनंत (Bhagwan Anant), भगवान सत्यनारायण (Bhagwan Satyanarayan) यानि भगवान विष्णु का ही एक रूप हैं, इसलिये कई स्थानोंं पर दिन सत्यनारायण कथा (Satyanarayan Katha) का अायोजन भी किया जाता है। इस दिन भगवान अनंत देव की पूजा के समय उनको अनंत सू्ञ (Anant sutra) चढाया जाता है, पूजा के बाद इस सूञ को रक्षा सूूञ मानकर अपने हाथ में बांधा जाता है, पुरूष इस सूञ को दायें हाथ में पहनते हैं तथा स्िञयां इस सूूञ को बांये हाथ में बांधती हैं। ऐसा माना जाता है कि यह सू्ञ उनकी सभी विपत्तियों से रक्षा करता है।
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