नवरात्र (Navratri) में मॉ दुर्गा की पूजा-अर्चना के लिये घट / कलश स्थापना (Kalash Sthapana) स्थापना की जाती है और माता की चौकी स्थापना की जाती है, कलश स्थापना शुभ मुहूर्त में कलश पूजन मंत्र के साथ की जाती है, नवरात्र (Navratri) में कलश स्थापना की रीति सैकडों वर्षो से है, आईये जानें नवरात्र में कलश/घट स्थापना विधि - Navratri Kalash Sthapana Vidhi

नवरात्री घट / कलश स्थापना विधि एवं माँ दुर्गा की चौकी स्थापना विधि
नवरात्री घट स्थापना की विधि – Navratri Ghat Sthapana Vidhi
नवरात्र के पहले दिन ही नवरात्री घट / कलश स्थापना एवं माँ दुर्गा की चौकी स्थापना की जाती है। नवरात्रि कलश स्थापना के लिये सर्वप्रथम मिट्टी अथवा तांबे कलश लें, इसमें जौ (Barley) बोने के साफ मिट्टी भरें, मिट्टी भरने के बाद इसमें जौ (Barley) बोयें और शुद्ध जल या गंगा जल से सींचें, अब कलश में साबुत सुपारी, फूल और दूर्वा घास डालें। कलश में इत्र , पंचरत्न तथा सिक्का डालें, अब कलश के ऊपर स्वस्तिक बनायें और कलश के गले में मौली यानी कलावा बांधें, कलश ढकने के लिए ढक्कन लें यह मिट्टी अथवा तांबे का हो सकता है, अब इसमें इस ढ़क्कन में साबुत चावल भर दें। अब कलश के लिये एक नारियल को लाल कपड़े में लपेट कर मौली यानी कलावा से बांध दें। इस नारियल को कलश के ऊपर ढक्कन पर रखें। अब एक थाली लें और कलश उसके बीच में रख दें। अब सभी देवी देवताओं का आह्वान करें और कलश की पूूजा करेंं और दीप प्रज्वलित करें।
चौकी स्थापना विधि – Choki Sthapana Vidhi
एक लकड़ी की चौकी लें उसको शुद्ध जल और गंगाजल धाेकर उस पर बिना प्रयोग में लाया हुआ यानि कोरा लाल कपड़ा बिछा दें। अब इसके दॉयी ओर कलश स्थापित करें। इसके बाद चौकी पर माता दुर्गा की मूर्ति स्थापित करें अगर मूर्ति न हो तो तस्वीर भी रख सकते हैं, मूर्ति या तस्वीर को लाल चुनरी ओढ़ाएँ अब धूप, दीप और अखंड ज्योति जलायें जो लगातार नौ दिनों तक माता की चौकी के आगे निरंतर जलती रहनी चाहिये।
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