ताजा हरा पुदीना (Fresh green mint) अधिक गुणकारी व विटामिन ए (Vitamin A) से भरपूर होता है। साथ ही इसका स्वाद (Taste) व सुगंध (Fragrance) भोजन को स्वादिष्ट (Delicious) व रुचिकर बनाता है -
- अक्सर गर्मी के मौसम में उल्टी-दस्त (Vomiting, diarrhea) , जी मिचलाना (Nausea) जैसी परेशानी हो जाती है तो आप पुदीने का रस (Mint juice), प्याज के रस (Onion juice) और नींबू के रस (Lemon juice) के साथ मिलाकर पीने से इन सब में लाभ होता है
- अगर आपको हैजे (Cholera) की परेशानी हो रही हो तो पुदीने का रस (Mint juice) हर आधे-आधे धंटे के अंतराल से लेने से आपको काफी लाभ होगा
- अगर आपको पेट में दर्द (stomach ache) है तो पुदीने के रस में जीरा (cumin) , हींग (Asafoetida) , काली मिर्च (lack pepper) , एक चुटकी नमक (Salt) डालकर गर्म करके पीने से लाभ होता है
- आपको बुखार (fever) हो गया हो या आपको बुखार के कारण कमजोरी महसूस हो रही हो तो पुदीने को पानी में उबालकर थोडी चीनी (sugar) मिलाकर उसे गर्म-गर्म चाय की तरह पीने से इन सब में लाभ होता है
- कभी-कभी कुछ लोंगों के तलवों में जलन की परेशानी (Burning in the soles) होती है तो आप पुदीने का रस तलबों पर लगाने से लाभ होता है
- अगर आपको हिचकी की समस्या है तो आप पुदीने की 20-25 पत्तीयॉं मिश्री (Sugar) व सौंफ () 10-10 ग्राम और कालीमिर्च 2-3 दाने इन सबको पीस लें और सूती कपडे में रखकर निचोड लें अब इस रस को गुनगुने पानी में डालकर पीने से हिचकी बंद हो जाती है
- पुदीने की पत्तियों (Mint leaves) का ताजा रस नींबू और शहद (Honey) के साथ समान मात्रा में लेने से पेट की सभी बीमारियों (diseases of the stomach) में आराम मिलता है
- पुदीने का रस किसी घाव पर लगाने से घाव जल्दी भर जाते हैं यह चर्म रोगों (Skin diseases) को भी समाप्त करता है चर्म रोग होने पर पुदीना के पत्तों का लेप लगाने से आराम मिलता है
- पुदीने की पत्तियों को सुखाकर बनाए गए पाउडर को मंजन (Dentifrice) की तरह प्रयोग करने से मुंह की दुर्गंध (stench of mouth) दूर होती है और मसूड़े मजबूत होते हैं
- पुदीने में मौजूद फाइबर (Fiber) कोलेस्ट्रॉल लेवल (Cholesterol Level) को कम करता है और मैग्नीशियम (Magnesium) हड्डियों को ताकत देता है