कार्तिक शुक्ल पक्ष (kartik shukla paksha) को आशा दशमी (Asha dashami) व्रत मनाया जाता है. आशा दशमी (Asha dashami) हिन्दू धर्मग्रंथों में के अनुसार एक व्रत संस्कार (Vrat Sanskar) है, आइये जानते हैं आशा दशमी का महत्व (Asha Dashami Ka Mahatva) -

Asha dashami ka mahatva - आशा दशमी का महत्व
इस दिन प्रात: स्नान करके सभी देवी देवताओं के चित्र पर गंध, धूप, फूलों से पूजन किया जाता है, साथ ही उन्हें देशी घी से बनी मिठाई और ऋतु फल अर्पित कर दीप जला कर उन्हें दिखा कर कामना की जाती है, इस प्रकार कार्तिक शुक्ल दशमी से आरंभ कर प्रति माह शुक्ल पक्ष की दशमी को उक्त विधि से व्रत करने से सारी आशाओं की पूर्ति होती है. इसी से इसे आशा दशमी कहते हैं.
कुछ जगहों पर इस दिन को गिरिजा पूजा (Girija Puja) के रूप में भी मनाया जाता है, जिसमें देवी पावर्ती (Goddess Parvati) की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है, यह व्रत परिवार की शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिये रखा जाता है
Asha dashami vrat, Vrat dedicated to Parvati Devi,
Asha dashami vrat, Vrat dedicated to Parvati Devi,