नवरात्रि (Navratri)में मां दुर्गा के नौ रूपों (Durga Devi Nine Avatars) की पूजा अर्चना की जाती है, इन नौ दिनों में दुर्गा अष्टमी (Durga Ashtami ) का विशेष महत्व होता है, इसे महाअष्टमी (Maha Ashtami) भी कहते हैं, इस दिन मॉं महागौरी (Devi Mahagauri) की पूजा अर्चना की जाती है, इस दिनकन्या पूजन/कंजक पूूजन (Kanjak Poojan)का भी विधान है आईये जानते हैं दुर्गा अष्टमी का महत्व - Durga Ashtami Ka Mahatva

दुर्गा अष्टमी का महत्व - Durga Ashtami Ka Mahatva
अष्टमी के दिन माता महागौरी की पूजा की जाती है। देवी पार्वती जो शक्ति का अवतार है और भगवान कार्तिकेय और भगवान गणेश की माँ और भगवान शिव की पत्नी है उनका ही एक नाम महागौरी है, ऐसी मान्यता है कि इस दिन महागौरी की पूूजा-अर्चना करने से मनुष्य के समस्त पापों का अंंत होता है। इस दिन कन्याओं की पूूजा की जाती है और उनको भोजन भी कराया जाता है जिसमें काला चना, हलवा का प्रसाद मुख्य होता है।
दुर्गा अष्टमी के दिन को कुल देवी के पूूजन का दिन भी माना जाता है, दुर्गाष्टमी को ज्यादातर में कुलदेवी की पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि हर परिवार की एक कुल देवी होती है और इस दिन कुल देेवी की पूूजा करन से कुल देवी पूरे परिवार की रक्षा करती है।
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