लोहड़ी (lohri) पौष माह (Paush Maas) के अंतिम दिन, सूर्यास्त के बाद माघ संक्रांति से पहली रात को मनायी जाती हैं लोहड़ी (lohri) पंजाब राज्य का एक प्रसिद्ध त्यौहार है, लोहड़ी (lohri) पंजाब के साथ साथ उसके पास के राज्यों में भी धूम-धाम से मनाया जाता है। आईये जानते हैं लोहड़ी का महत्व - (lohri Ka Mahatva)
लोहड़ी का महत्व - (Lohri Ka Mahatva)
लोहड़ी (lohri) उत्तर भारत का एक प्रसिद्ध त्यौहार है लोहड़ी (lohri) मकर संक्रांति से एक दिन पहले मनाया जाता है रात्रि में खुले स्थान में परिवार और आस-पड़ोस के लोग मिलकर आग के किनारे घेरा बना कर बैठते हैं। इस समय रेवड़ी, मूंगफली, आदि खाने का रिवाज होता है माना जाता हैं की लोहड़ी का पर्व (Lohri festival) सर्दियों मे उस दिन मनाया जाता है जिस दिन साल का सबसे छोटा दिन और साल की सबसे बड़ी रात होती है लोहड़ी का त्यौहार (lohri ka tyohar) किसान अपने नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत के रूप में भी मनाते हैं लोहड़ी का त्यौहार सर्दी ख़त्म होने और वसंत ऋतु के शुरू में मनाया जाता है
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