चैत्र मास (Chaitra Maas) के शुक्ल पक्ष (Shukla Paksha) की षष्ठी (Sashti) को यमुना छठ(yamuna chhath) और यमुना षष्ठी भी कहते हैं, यमुना छठ(yamuna chhath) वाले दिन यमुना जी का जन्म दिवस मनाया जाता है तो आईये जानते हैं - यमुना छठ का महत्व -Yamuna Chhath Ka Mahatva
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यमुना छठ का महत्व -Yamuna Chhath Ka Mahatva
यमुना छठ वाले यमुना जी के नाम की पूजा अर्चना करते है और इस पूजा को यमुना छठ पूजा कहा जाता है यमुना के हर तीर्थ घाट पर पूजा और आरती का आयोजन होता है इस दिन मथुरा में विश्राम घाट पर विशेष पूजा–आरती का आयोजन किया जाता है। यमुना छठ पूजा अर्चना करने से इंसान के सभी पाप नष्ट हो जाते है ऐसा माना जाता है कि इस दिन सभी देवता यमुना नदी में स्नान करने आते है इसीलिए इस दिन को एक पवित्र दिन के पर्व के रूप में मनाया जाता है वैसे इस दिन को एक ऐतिहासिक और धार्मिक पर्व के रूप में मनाया जाता है महाप्रभु वल्लभाचार्य ने ‘यमुना अष्टक’ की रचना की थी
Yamuna Chhath | Yamuna Jayanti, Yamuna Chhath :The Birth Anniversary of Yamuna River,